यीशु ल तुरंत अपड़ा आत्मा मा जांणि दींनि कि उ अपड़ा मन मा इन विचार कना छिन अर ऊंमा बोलि, तुम अपड़ा-अपड़ा मन मा यु विचार किलै कना छा?तुम तैं इन नि सुचण चयणु च
अब हम जांणि ग्यां कि तुम सब कुछ जंणद्यां त्वे तैं कैकी जरूरत ही नि च कि कुई तुम बट्टी सवाल पूछो, इलै हम विश्वास करदां छा कि तु परमेश्वर की तरपां बट्टी अयुं छै।”
पिता परमेश्वर का नजरों मा ईं दुनिया का कुई भि आदिम छिपियां नि छिनी, हम तैं पिता परमेश्वर तैं वे हर काम कु हिसाब दींण पुड़लो, किलैकि पिता परमेश्वर का संमणी सभि बात खुलीं अर प्रगट छिनी।
मि ऊं लुखुं तैं मारि दयुलु जु वींकी शिक्षाओं कु अनुसरण करदींनि, अर सैरी मण्डलि जांणि जाली कि मि ही छो जु हर एक आदिम का विचारों अर उद्देश्यों की अजमैश करदु। मि तुम मा बट्टी हर एक तैं ऊंका करयां कामों का अनुसार ईनाम दयुलु।