यां पर लुखुं ल वेमा बोलि, हम ल यु परमेश्वर की व्यवस्था मा नि सूंणि कि मसीह सदनी ज्यूँदो रालो फिर तु किलै बुल्णी छै, की मि मनिख कु नौंनो तैं मथि चढ़ै जांण जरूरी च यु मनिख नौंनो कु च?
तब यीशु ल बोलि, जब तुम, मि मनिख का नौंना तैं ऊँचा पर चड़ैल्या तब जणिल्या कि मि ऊई छौं अर उ जणिल्या की मेरी शिक्षा परमेश्वर की तरपां बट्टी औंद या मेरा अपड़ा अधिकार बट्टी या मि अपड़ा तरपां बट्टी नि बुल्द पर जन मेरू बुबा ल मि तैं सिखै उन ही यूं बातों तैं बुल्द छों।
मसीह जु हम कु श्रापित हवे, हम तैं मोल ले के मूसा की व्यवस्था का श्राप बट्टी छुड़ै किलैकि परमेश्वर का वचन मा लिख्युं च, “जु कुई सूली पर लटकये जांदु उ श्रापित च।”
पर हम प्रभु यीशु तैं दिखदियां, वे तैं कुछ बगत कु स्वर्गदूतों मा बट्टी थोड़ा सी कम करे गै, कि पिता परमेश्वर का दया ल उ सभियूं कु मोरि जौं अर इलै वेल यु दुःख उठै अर मोरि भि गै, पिता परमेश्वर ल वे तैं महिमा अर आदर द्ये।
जब मसीह मोरि, त हमारा पापों का कारण सूली पर वेकी देह तैं दण्ड़ित कैरी। वेल इन इलै कैरी की हम पाप कन बंद कैरा अर धार्मिकता ल जीवन जींण शुरू कैरी द्या, अर ऊं घावों का कारण जु मसीह ल सैनी, हम खूब हवे ग्यां
मि यु बुल्दो किलैकि मसीह ल भि हमारा पापों का कारण दुःख सै अर मोरि गै। उ भस एक बार मोरि अर दुबरा वे तैं मुरणै की जरूरत नि च। उ एक धर्मी आदिम छो जु पापी लुखुं कु मोरि की उ हम तैं पिता परमेश्वर मा लै साको। ऊंल वेकी देह तैं मारि दींनि पर वे तैं पवित्र आत्मा की सामर्थ बट्टी दुबरा ज्यूँदो किये गै।
अर उ यु एक नया गीत गांण लगि गै, तू ईं किताब (चाम्रपत्र) की मुहरों तैं तुडण अर यु तैं खुलणां का योग्य छै; ऊंल त्वे तैं बलिदान कैरी अर अपड़ी मौत का ल्वे ल तू हर गोत्र, भाषा, लोग अर जाति, राष्ट्र ल पिता परमेश्वर कु लुखुं तैं खरीद के छुड़ै दीलि।