जन के कि मेरा ढिबरा अपड़ा असली चरवाहा की आवाज पैछणदींनि उन ही मेरा लोग मेरी बातों पर ध्यान दींदां छिन मि ऊं तैं जंणदु छौं अर उ मेरा चेला बण मेरा पिछनैं चलणां छिन
हम पिता परमेश्वर का तरपां बट्टी छा। जु पिता परमेश्वर तैं जंणदु च, उ हमारी सुणदो; जु पिता परमेश्वर तैं नि जंणदु उ हमारी नि सुणदो; इन्ही के हम सच की आत्मा तैं अर झूठ की आत्मा तैं पछांण सकदा छा।