“हाय खुराजीन शहर अर बैतसैदा नगर का लुखुं जु चमत्कार का काम तुम मा किये गैनी जु उ सूर अर सीदोन शहरों मा किये जांदा त उख का लोग कबारि ही टाट ओड़िके अर अपड़ा मथि छारो छिडकी दीन्दा यु दिखांणु कु की हम ल अपड़ा पापों बट्टी पश्चाताप कैरेली।
तब यीशु ल तुरंत अपड़ा खास चेलों तैं नाव पर चढ़ौणु कु मजबूर कैरी, कि उ ऊं बट्टी पैली छाला बैतसैदा नगर कु चलि जौनु जब तक कि ऊंल लुखुं तैं विदा नि कैरी उ पिछनै नि हटीनि।
हाय खुराजीन शहर अर बैतसैदा नगर का लुखुं पर जु चमत्कार का काम तुम मा करे गैनी जु उ सूर अर सीदोन शहर मा करे जांदा त उ टाट ओड़िके अर छारा मा बैठी के भौत पैली बट्टी मन फिरै दींदां।
फिलिप्पुस ल नतनएल तैं मिली के वेकु बोलि, “हम तैं उ मनिख मिल गै जैका बारा मा मूसा द्वारा लिखीं परमेश्वर की व्यवस्था मा अर परमेश्वर का तरपां बट्टी बुल्ण वलो ल लिख्युं छों नासरत नगर बट्टी यूसुफ का नौंनो यीशु छै।
फिलिप्पुस ल यीशु तैं जवाब दे, तीन रुट्टियुं की कीमत द्वी सौ दिन की मजदूरी का बराबर होली, यु भि यूं कु पूरी नि होलि, पर ऊंमा बट्टी हरेक तैं जर जरा मिली जौ।
जब उ शहर मा पौंछिनी त वीं मथि का कोठरी मा गैनी। यूं प्रेरित पतरस, यूहन्ना, याकूब, अन्द्रियास, फिलिप्पुस, थोमा, बरतुल्मै, मत्ती, हलफई को नौंनो याकूब, शमौन जु रोमी कानून को विरोधी छो अर याकूब को नौंनो यहूदा जु उख उपस्थित छा।