“तब वेल बोलि, हमारा पूर्वजों का परमेश्वर ल त्वे तैं इलै ठैरयूं च की तु वेकी इच्छा तैं जांणि लये, अर तू वे धर्मी आदिम मसीह तैं देख अर वेकी आवाज तैं सूंण।
परमेश्वर का तरपां बट्टी बुल्ण वलो मा बट्टी तुम्हरा बाप-दादाओं ल कै तैं नि सतै? अर ऊंल धर्मी आदिम का आंणा का पैली बट्टी सन्देश दींणवलों तैं मार डाली जौनु पैली बट्टी वेका आंणा का बारा मा बतै छो, अर जब उ ऐ, त तुम ल वे तैं धोखा द्ये अर वेकी हत्या कैरी।
परमेश्वर का वचन को जु अध्याय उ पढ़णु छो वेमा इन लिख्युं छो; “उ बलि चढ़यां ढिबरा का जन पहुचये गै, अर जन ढिबरो अपड़ा ऊंल मुडांण का दफा कतनवला का संमणी चुपचाप खड़ी रौंदी, उन ही जब लुखुं ल वे तैं दुःख दींनि त वेल भि अपड़ो मुक नि खोलि,
तुम चीजों की लालसा करद्यां, पर वीं चीज तैं पौन्दा नि छा, इलै तुम हत्या कनु कु तैयार रौंदियां अर दूसरों की चीजों कु लालच करद्यां, पर इन कन बट्टी तुम तैं कुछ नि मिल्दा; इलै तुम लड़ै अर झगड़ा करद्यां। तुम तैं इलै नि मिल्दो, किलैकि तुम पिता परमेश्वर बट्टी यु तैं नि मंगदा।
जन कि पिता परमेश्वर को वचन बुल्द, “इख तक कि अच्छा लुखुं तैं पैली दुःख सौण चयणु च, अर वेका बाद ही ऊं तैं बचाव अर उद्धार मिललो, अर यां से भि जादा पापी लुखुं तैं दुःख होलो अर जु लोग पिता परमेश्वर का अधीन नि हूंदींनि!”