शहर का दुसरा और लुखुं ल चिल्लांण की आवाज तैं सूंणि अर जै के भीड़ मा मिली गै अर शहर मा घपरौल मचि गै। अर लुखुं ल गयुस अर अरिस्तर्खुस, मकिदुनिया प्रान्त का रौंण वलो तैं जु पौलुस का दगड़िया छा ऊं तैं पकड़ी दींनि अर एक दगड़ी रंगशाला मा दौड़ि गैनी।
किलैकि तुम अब भि अपड़ा पापी स्वभाव का अनुसार ही अपड़ो जीवन जींणा छा; इलै जब तुम मा जलन अर लड़ै-झगड़ा हूंदींनि, त क्य यु साबित नि हूंद कि तुम अपड़ा पापी स्वभाव का कब्जा मा छा? क्य तुम ईं दुनिया का लुखुं का जन ही जीवन नि जींणा छा?
किलैकि मि तैं डौर च, कखी इन नि हो, कि मि ऐ के जन चांदु छो, उन ही तुम तैं नि पौ; अर मि तैं भि जन तुम नि चांदा उन ही पां, मि तैं डौर च, कि तुम मा झगड़ा, जलन, गुस्सा, लालच, जलन, चुगली, घमंड अर बखेड़ा हो।
अर आदम की संतान कैन की तरौं नि बणा, जु वे दुष्ट शैतान बट्टी छो, अर जैल अपड़ा भैय की हत्या कैरी। अर वेल कै कारण से अपड़ा भैय की हत्या कैरी? किलैकि वेका काम बुरा छा, अर वेका भैय का काम धार्मिक छा।