किलैकि तुम अब भि अपड़ा पापी स्वभाव का अनुसार ही अपड़ो जीवन जींणा छा; इलै जब तुम मा जलन अर लड़ै-झगड़ा हूंदींनि, त क्य यु साबित नि हूंद कि तुम अपड़ा पापी स्वभाव का कब्जा मा छा? क्य तुम ईं दुनिया का लुखुं का जन ही जीवन नि जींणा छा?
अर यांका दगड़ी-दगड़ी उ घौर-घौर रीटिके अलकसी हवे जंदींनि, अर भस अलकसी ही न, पर दुसरा लुखुं का बारा मा चुगली करदी अर और का कामों मा दखल दींदिनि, अर इन बात बुल्दींनि जु बुल्ण लैख नि हूंदींनि।
हे मेरा विश्वासी भयों, ईं बात तैं तुम जणिल्या हर एक आदिम तैं पिता परमेश्वर का वचन सुनणु कु तैयार रौंण वलो अर बुल्ण मा धीरज रखण वलो अर जल्दी गुस्सा कन वलो नि हूंण चयणु च।
हे विश्वासी भयों, तुम मा बट्टी भौतों तैं विश्वासियों की मण्डलि मा गुरु नि बनण चयणु च, किलैकि तुम जणदां छा, कि हम पिता परमेश्वर का वचन सिखौंण वलो को न्याय और भि कठोरता ल किये जालो।
बुरै का बदला मा बुरै नि कैरा अर न गल्ली का बदला मा गल्ली द्या; पर यांका विपरीत आशीष ही द्या; पिता परमेश्वर ल तुम तैं बुलै कि तुम दूसरों तैं आशीष दे साका। जु तुम इन करदा त पिता परमेश्वर भि तुम तैं आशीष दयालो।