लुखुं तैं याजकों की रीति का आधार पर ही मूसा की व्यवस्था दीं छै जब लेवी गोत्र का हारुन बट्टी ए छै, पर ऊं तैं उ ही रीति का द्वारा सिद्ध नि बणये गयै छो; इलै एक और याजक का आंणै की जरूरत छै, एक इन याजक जु हारुन का जन न बल्कि मलिकिसिदक याजक का जन हो।
मूसा की व्यवस्था सिखांद कि लेवी का वंशज, जु याजक बणदींनि, ऊं तैं इस्राएल देश का हैंका लोग, मतलब ऊंका अपड़ा विश्वासी लुखुं मा जु कुछ च, वेमा बट्टी दसवां हिस्सा लींण चयणु च; पर उ याजक अर हैंका लोग भयों का जन छिनी किलैकि उ सब अब्राहम का वंशज छिनी।
त हम यु भि बोलि सकदां, कि जब अब्राहम ल मलिकिसिदक याजक तैं दसवां हिस्सा द्ये, तब तक लेवी अब्राहम का कुटुम्ब मा पैदा नि हवे छो। पर फिर भि इन च कि अब्राहम का वंशज हूंणा का कारण लेवी ल अफ ही वे तैं उ दसवां हिस्सा द्ये।