मिल तुम तैं शुभ संदेश सुणये अर परमेश्वर का वचन तैं सिखांण शुरू कैरी, अर अपुल्लोस तुम तैं लगातार सिखांणु ही रै, पर हम द्वीयूँ कु एक ही मकसद च, कि हर एक मनिख अपड़ी ही मेहनत का अनुसार पिता परमेश्वर बट्टी ईनाम पौ।
इलै प्रभु का वापिस आंण तक कै तैं भि नि परखा, उ पूरा ढंग से ऊं सभि विचारों तैं बतालो जु लोग सुचदींनि, ज्यांका बार मा कुई भि नि जंणद, त अंधेरा मा छिपी बातों तैं उज्यला मा दिखालो, अर मांणा के उद्देश्यों तैं प्रगट करलो, तब पिता परमेश्वर का तरपां बट्टी हर एक की प्रशंसा होली।
मि ऊं लुखुं तैं मारि दयुलु जु वींकी शिक्षाओं कु अनुसरण करदींनि, अर सैरी मण्डलि जांणि जाली कि मि ही छो जु हर एक आदिम का विचारों अर उद्देश्यों की अजमैश करदु। मि तुम मा बट्टी हर एक तैं ऊंका करयां कामों का अनुसार ईनाम दयुलु।