गलातियों 5:20 - गढवली नयो नियम20 मूर्तिपूजा, जादु-टोंणा, अपड़ा दगड़ियों दगड़ी घींण, एक हैंका दगड़ी झगड़ा, जलन, गुस्सा, विरोध, फूट, अधर्म အခန်းကိုကြည့်ပါ။Garhwali20 अर मूरत पूजा करण, जादु-टोंणा करण, एक-दुसरा का दगड़ा मा दुसमनै रखण, लड़ै-झगड़ा करण, एक-दुसरा तैं देखि के जलत्यौण, गुस्सा करण, हर बात मा अपणु ही फैदा दिखण, फूट डलण, अर दल बणौण, အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
जन के भौत पैली अफ तैं पिता परमेश्वर का तरपां बट्टी बुल्ण वला झूठा लोग इस्राएलियों का बीच दिखैनी, उन ही तुम्हरा बीच झूठा शिक्षक दिखैनी। उ झूठी शिक्षाओं तैं लुकि के फैलांदींनि, जु लुखुं तैं मसीह पर विश्वास कन से रोक दींदिनि। यूं झूठा शिक्षक मसीह तैं अपड़ा स्वामी मनणु से भि इंकार कैरी दीला जु ऊंको मालिक छिनी अर जैल ऊं तैं पाप की शक्ति बट्टी छुड़ै, इन कै उ अपड़ा आप तैं अचानक नाश करवै दींदिनि।
पर जु मि पर विश्वास नि रखदींनि, ऊं तैं जोर जबरदस्ती ल गन्धक ल जलांण वली वीं झील मा शामिल किये जालो, जु कि दुसरी मौत च अर यु ही परिणाम ऊंको भि होलो, जु लुखुं का संमणी मि तैं स्वीकार कन से डरदींनि, बुरा काम करदींनि, जु हत्यारा छिनी, यौन रूप बट्टी अनैतिक छिनी, जादु-टूणा करदींनि अर मूर्तियों की पूजा करदींनि अर झूठ बुल्दींनि।”