फिर, जब मसीह पिता परमेश्वर कु विरोध कन वली सैरी बुरी सामर्थ कु नाश कैरी दयालो, वेका बाद दुनिया कु अन्त हवे जालो। तब मसीह अपड़ा पिता परमेश्वर तैं अपड़ो राज्य सौंपी दयालो कि उ वे पर पूरा ढंग से राज्य कैरो।
कि अब मण्डलि का द्वारा, परमेश्वर कि अनन्त बुद्धि ऊं प्रधानों अर अधिकारियों पर प्रगट किये जालो, जु अनदेखा दायरों कु जख आत्मा राज्य करदींनि प्रगट किये जौं।
अर पिता परमेश्वर ल मसीह का सूली पर मुरण का कारण दुनिया की प्रधानताओं अर अधिकारों तैं हरै के ऊं तैं सभि का संमणी बेजती कैरी, अर ऊं पर जीत हासिल कैरी कै खुशी मणै।
इलै अब न त कुई यूनानी अन्यजाति रै, न यहूदि, न खतना कन वलो, अर न उ जै को खतना नि हुयुं हो, न जंगली, न असभ्य, अर न गुलाम, अर न स्वतंत्र, पर मसीह ही सब मा महान च, अर उ अपड़ा सभि लुखुं मा रौंदो।
पिता परमेश्वर ल वे तैं एक महायाजक का रूप मा स्वीकार कैरी जु कि हर ढंग से सिद्ध छो; उ, ऊं सभि लुखुं कु उद्धार का द्वारा अनन्त जीवन दींणु कु बुनियाद का रूप मा खड़ो छो जु वेका वचन कु पालन करदींनि।
अर उ स्वर्ग मा चलि गै। अब उ उख पिता परमेश्वर का दैंणा तरपां सबसे बड़ी जगह पर च, अर उ सैरा स्वर्गदूतों अर सैरा अधिकारियों अर सामर्थ पर राज्य करद जौं मा अधिकार अर शक्ति छिनी।