तब ऊंल बोलि, “कुरनेलियुस सुबदार, जु धर्मी च अर पिता परमेश्वर बट्टी डरदु च, अर जै की पूरा यहूदी जाति का लोग इज्जत करदींनि, वे तैं एक पवित्र स्वर्गदूत ल यु हुकुम दींनि कि उ तुम तैं अपड़ा घौर बुलै के वचन सुंणौ।”
इलै कै तैं याफा नगर भेजि के शमौन जै तैं पतरस भि बुल्दींनि, वे तैं इख बुलै ले; उ समुद्र का छाला चमड़ा को काम कन वला शमौन का घौर मा मेहमान च जब उ आलो, त त्वे तैं पिता परमेश्वर की तरपां बट्टी एक सन्देश बतालो।”
किलैकि उ नि जणदींनि, कि परमेश्वर की धार्मिकता क्य च, इलै उ अनजान हवे कै अपड़ा ढंग ल धर्मी बनणै की कोशिश कना छा, अर ऊंल अपड़ा आप तैं धार्मिकता का अधीन नि कैरी।
जब मि तुम दगड़ी छो तब तुम ल हमेशा पिता परमेश्वर की आज्ञा कु पालन कैरी अब जब मि दूर हवे ग्यों, त तुम तैं और भि बात मनण चयणी च। पिता परमेश्वर डौर का दगड़ी तुम मा बट्टी हर एक तैं ऊं चीजों तैं कन चयणु च जूं ऊं लुखुं कु सै च जौं तैं पिता परमेश्वर ल उद्धार द्ये अर बचै।
पर पिता परमेश्वर जु हम तैं और भि जादा अनुग्रह दींद कि हम बुरी इच्छा का खिलाफ खड़ा हवे साका; इलै पिता परमेश्वर का वचन मा लिख्युं च, “पिता परमेश्वर घमण्ड़ियों को विरोध करदो, पर नम्र लुखुं पर कृपा करदो।”