खास चेलों 7:43 - गढवली नयो नियम43 तुम ल वे तम्बू तैं ढोये जै मा तुम्हरा देबता मोलेक की मूर्ति अर तुम्हरा देबता रिफान का गैंणा की प्रतिमा छै। जन कि ऊं मूर्तियों तैं जौं तैं तुम ल आराधना कनु कु बंणै छो। इलै मि तुम तैं बाबेल देश बट्टी दूर लिजै के बसौलु। အခန်းကိုကြည့်ပါ။Garhwali43 ना, वु मि खुणि नि छौ यू त तुमुन मोलेक द्यबता का तम्बू खुणि, अर ज्वा मूरत रिफान नौ का गैंणा द्यबता की लेके तुम घूमदा छा तुमुन यू सब ऊं खुणि ही कैरी। अर यों सब मूरतों तैं तुमुन इलै बणै ताकि तुम ऊंकी पूजा कैरी सैका। इलै मि भि तुमतै तुमरा देस बटि निकाळि के बेबीलोन नगर से भि भौत दूर लि जैके बसौलु।’ အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |