28 क्य जन तिल ब्यालि मिस्री आदिम तैं मारि, क्य उन ही तु मि तैं भि मरण चांणि छै?”
28 जन तिन ब्याळि वे मिस्री तैं मार दिनी, क्या तू उन्नि मितैं भि मरण चाणि छैई?’
पर हम तैं आस छै कि रोमियों बट्टी इस्राएल का लुखुं का घराना तैं छुटकारो दयालो यूं सभि बातों का अलावा ई बात तैं हुयां तीन दिन हवे गैनी।
जब वेल देखि कि वेकी जाति का एक भैय पर एक मिस्री आदिम अन्यो कनु च त वेल अपड़ा भैय तैं बचै, अर वेको बदला ले के वे मिस्र वला आदिम तैं मारि दींनि।