उ यरूशलेम शहर का मन्दिर मा जै के उपदेश दींणा छो त प्रधान याजक, अर दाना-सयाणों ल ऊंमा ऐ के पूछि “तु यूं कामों तैं कै अधिकार ल करदी? अर यु अधिकार दे के कैल त्वे तैं दे कि तु यु काम कैरी।”
इलै जु संदेश तिल मि तैं दींनि, मिल ऊं तैं दे दींनि, अर ऊंल संदेश पर विश्वास कैरी अर सच-सच जांणि लील्या कि मि तेरा तरपां बट्टी अयुं छौं अर यु विश्वास कैरी कि तिल मि तैं भेजि।
यीशु ल वे तैं जवाब दे “मिल सभि तैं खुलि कै सभियूं का संमणी बात कैरी; मिल यहूदियों का मिलणा का भवन मा अर यरूशलेम शहर का मन्दिर मा जख सभि यहूदी कठ्ठा हूंदा छिनी हमेशा उपदेश कैरी अर उ गुप्त मा कुछ भि नि बोलि।
“हे विश्वासी भयों, तुम जु अब्राहम की सन्तान छा; अर पिता परमेश्वर बट्टी डरण वलो अन्यजाति लुखुं, सूंणा, पिता परमेश्वर ल हम मा यीशु का बारा मा यु सन्देश भेजि कि जु लुखुं तैं ऊंका पापों बट्टी उद्धार कनु कु अयुं च।”