उ हरेक दिन एक मन हवे के पिता परमेश्वर बट्टी यरूशलेम शहर का मन्दिर मा कट्ठा हूंद छा अर घौर-घौर मा प्रभु भोज लींदा छा अर सच्चा मन दगड़ी रै के खांणु खांदा छा।
पौलुस ल इफिसुस शहर मा नि उतरणु को फैसला कैरी किलैकि उ एशिया प्रान्त मा और जादा बगत नि बितांण चांदु छो, उ जल्दी मा छो कि जु इन हवे साको उ पिन्तेकुस्त का त्योहार का दिन यरूशलेम शहर मा रै सकुनु।
यु सूंणि के ऊंल एक चित हवे के ऊंची आवाज मा पिता परमेश्वर बट्टी बिनती कैरी “हे स्वामि तु उ ही छै जै ल आसमान अर धरती अर समुद्र अर जु कुछ वां मा च उ सब कुछ तिल ही बंणै।”
जब ऊंल पिता परमेश्वर बट्टी प्रार्थना कैरेले छै त व जगह जख उ बैठयां छा हिली गै अर उ सभि पवित्र आत्मा से भुरे गैनी अर परमेश्वर का वचन तैं साहस से सुणौंणा रैनी।
प्रेरितों का द्वारा भौत चिन्ह अर चमत्कार का काम लुखुं का बीच मा दिखै जांदा छा अर मसीह का विश्वासी सब एक चित हवे कै राजा सुलैमान का चौका मा कट्ठा हूंद छा।
भस इथग कैरा कि तुमारो चाल-चलन यीशु मसीह का शुभ सन्देश का लैख हो तब चै मि तुम तैं ऐ के देखु, या फिर नि भि औं, पर तुमारा बारा मा इन ही सूंणु कि तुम एक ही मन छा, अर एक ही मनसा रखि के शुभ संदेश का विश्वास कु सदनी मेहनत करदां।