जब पौलुस अर बरनबास को ऊंका दगड़ा मा भौत झगड़ा अर बैहस हवे त तब ठैरे गै की पौलुस अर बरनबास अर अन्ताकिया का कुछ विश्वासी यरूशलेम शहर जां अर प्रेरितों अर पुरणा अगुवों का दगड़ी बातचित कैरा।
तब यरूशलेम शहर मा सैरी मण्डलि सहित प्रेरितों अर पुरणा अगुवों तैं अच्छो लगि कि अफ मा बट्टी कुछ विश्वासी लुखुं तैं चुणि मतलब यहूदा, जु बरसब्बास बुलै जांद, अर सिलास तैं जु विश्वासियों का बीच भौत जादा सम्मानित छो; अर ऊंल पौलुस अर बरनबास का दगड़ी अन्ताकिया शहर मा कलीसिया मा भेजि।
जब यरूशलेम शहर मा पौंछिनी त मण्डलि अर प्रेरित अर पुरणा अगुवों ल ऊं तैं खुशी से मिलणै अर पौलुस अर बरनबास ल बतै की पिता परमेश्वर ल ऊं दगड़ी रै के कन-कन काम कैरी छा।
तब ऊं बारह चेलों ल यरूशलेम शहर का अन्य विश्वासियों तैं अपड़ा संमणी बुलै कि बोलि, “हम प्रेरित तैं अपड़ो बगत परमेश्वर का वचन सिखांण मा बितांण चयणु च, न की खिलांण-पिलांण कि सेवा कन मा रौनु।”
अपड़ा अगुवों की बात मांणा; अर ऊंका अधीन रावा, किलैकि उ तुम्हरा आत्मा तैं बचांणु कु सुचणा छिनी, कि तुम भटकी नि जावा; अर ऊं तैं पिता परमेश्वर तैं अपड़ी सेवकाई का बारा मा लेखा दींण पुड़लो, कि उ यु कामों तैं खुश हवे के करा, यु काम तैं उदासी ल नि कैरा, किलैकि उदास हवे के सेवकाई कन से कुई फैदा नि हूंद।
जु तुम्हरा अगुवा छा, अर जैल तुम्हरा पिता परमेश्वर कु वचन सुणै, ऊं तैं याद रखा; अर ध्यान रखा कि ऊंल अपड़ो जीवन कन कै जिये अर यु भि कि उ मुरण तक भि वफादार रैनी, इलै ही हम तैं ऊंका विश्वास का अनुसार चलि कै पिता परमेश्वर पर उन ही विश्वास कन चयणु च जन ऊंल कैरी छो।