जब लोग तुम तैं पकड़ी के यहूदियों का मिलणा का भवन मा ली जाला अर तुम तैं आधिकारियों मा सौंपला त तुम फिकर नि करयां कि हम ल क्य अपड़ा बचाओ मा बुल्ण, तुम ल की जवाब दींण या की बुल्ण।
“पर मिल ऊं तैं जवाब दींनि, कि रोमियों कि या रीति नि, कि कै भि आदिम तैं दण्ड कु सौंपी द्ये, कि भंगारी तैं न्यायधीश का संमणी अपड़ा भंगार लगांण वलो का संमणी मुलाकात हो कि भंगारी तैं जवाब दींणु को मौका मिलो ज्यांको वे पर भंगार लग्युं हो।
जु कुई मनिख अपड़ा आप तैं पिता परमेश्वर का तरपां बट्टी बुल्ण वलो या इन आदिम समझो जै तैं पवित्र आत्मा ल वरदान द्ये हो, त यु जांणि ल्या, कि जु बातों तैं मि तुम कु लिखणु छों, यु प्रभु कि आज्ञा छिनी।
जु कुई लोग यु स्वीकार नि करदींनि कि मि प्रभु यीशु कु प्रेरित छों, त तुम विश्वासी भयों तैं यु स्वीकार कन चयणु च; किलैकि मि उ ही छों जु तुम मा शुभ संदेश तैं ले के आं; तुम मसीह मा विश्वास कना छा, ईं बात से साबित हूंद कि मि तुम कु पिता परमेश्वर का तरपां बट्टी चुणयूं एक प्रेरित छो।
इलै मि तुम तैं य बात लिखणु छों यां से पैली कि मि तुम मा ओ कि तुम तैं दण्ड दे के मि तैं अपड़ो अधिकार कु इस्तेमाल नि कन पोडो जु प्रभु ल मि तैं द्ये; किलैकि मि अपड़ा अधिकार कु इस्तेमाल तुम्हरा विश्वास तैं मजबूत कनु कु कन चांणु च न कि नाश कनु कु।
मि यु बुल्णु छों किलैकि तुम सबूत मंगणा छा, कि मसीह मेरा द्वारा बुल्द, अर मसीह तुम तैं सुधरदो च; त यु साबित हूंद की उ कमजोर नि च; पर तुम्हरा बीच मा शक्तिशाली च।
अपड़ा आप तैं परखा, यु दिखणु कु कि क्य तुम्हरो विश्वास सचो च या न, कि तुम विश्वास मा छा या न; अपड़ा आप तैं जांचा, क्य तुम अपड़ा बारा मा यु जंणदा छा, कि यीशु मसीह तुम मा च? नथरी तुम निकम्मा छा।
यु ठिक च कि मि तुम सभियूं कु इन ही विचार कैर, किलैकि मि तुम बट्टी भौत प्रेम करदु, जब की मि एक बंधि छों अर शुभ सन्देश कु जवाब प्रमाण दींण मा तुम सभि भि पिता परमेश्वर कि कृपा मा मि दगड़ी छा।
रोम शहर का न्यायलय मा मेरी पैली पेशी कि बात-चित का बगत मा, कैल भि मेरू दगड़ी नि कैरी बल्कि सभियूं ल मि तैं छोड़ेलि छो, मि प्रार्थना करदु कि पिता परमेश्वर ऊं तैं मि तैं छोड़णु कु माफ कैरी द्यो।