1 कुरिन्थि 8:1 - गढवली नयो नियम1 तुम्हरी चिठ्ठी मा तुम ल मूर्तियों का संमणी चढ़यूं बलि कु खांणु का बारा मा पूछि छों, कि हम सभि यु बारा मा जंणदा छा; पर ज्ञान बड़ा मोन तैं पैदा करद, पर अगनैं बढ़ण मा हम एक-दुसरा की मदद प्रेम का दगड़ी करदां। အခန်းကိုကြည့်ပါ။Garhwali1 हे मेरा दगड़्यों, अब मि ऊं चीजों का बारा मा बतौण चान्दु, जु कुछ भि मूरत का अगनै चड़ये जान्दु, वीं सच्चै का बारा मा तुम जणदा ही छाँ, अर वेका बारा मा तुम सभ्यों का पास पूरु ज्ञान च। अर अगर तुम कैं चीज का बारा मा जणदा छाँ, त याद रखा कि जादा ज्ञान होण से मनखि का मोन भौत चैड़ि जनदिन, पर अगर जु हम एक-दुसरा से प्यार करद्यां, त यां से एक-दुसरे की तरक्की होन्दी। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
हे विश्वासी भयों, कखि इन नि हो कि तुम अपड़ा आप तैं भौत बुद्धिमान समझी ल्यां। इलै कि मि तुम लुखुं पर यु भेद प्रगट कन चांणु छों, कि यु सच च कि भौत सा इस्राएल का लोग विश्वास कनु कु तैयार नि छिनी, बल्कि परमेश्वर पर विश्वास कन वला अन्यजाति लुखुं की गिणती पूरी हवे जाली, त इस्राएल का लोग विश्वास करला अर परमेश्वर मा वापिस ऐ जाला, तब तक इस्राएल कु एक हिस्सा इन ही कठोर रालो।
पर हमारा कुछ विश्वासी अभि तक भि नि जणदींनि कि मूर्तियों मा कुई शक्ति नि च, किलैकि उ पैली ऊं मूर्तियों की पूजा करदा छा, अब जब उ ऊं मूर्तियों तैं चढ़यूं बलि कु खांणु खंदींनि, उ गलत सुचदींनि कि उ अभि भि ऊं मूर्तियों की पूजा मा शामिल छिनी, अर उ यूं सोचि के परेशान हुन्दींनि कि जु उ मूर्तियों तैं चढ़यूं खांणु खंदींनि त ऊंल पाप कैरेले।
पर मि तैं तेरु बारा मा कुछ शिकैत च, किलैकि तू ऊं लुखुं कु विरोध नि करदी जु झूठी शिक्षा दींदिनि, जन के पिता परमेश्वर का तरपां बट्टी बुल्ण वला बिलाम ल पिछला बगत मा द्ये छै। बिलाम ल राजा बालाक तैं सिखै कि इस्राएल का लुखुं का पाप कनु कु उकसांणु कु क्य कन चयणु च। वेल ऊं तैं मूर्तियों की बलि चढ़यां खांणु, खांण अर अनैतिक रूप से जीवन जींण सिखै।