1 कुरिन्थि 4:5 - गढवली नयो नियम5 इलै प्रभु का वापिस आंण तक कै तैं भि नि परखा, उ पूरा ढंग से ऊं सभि विचारों तैं बतालो जु लोग सुचदींनि, ज्यांका बार मा कुई भि नि जंणद, त अंधेरा मा छिपी बातों तैं उज्यला मा दिखालो, अर मांणा के उद्देश्यों तैं प्रगट करलो, तब पिता परमेश्वर का तरपां बट्टी हर एक की प्रशंसा होली। အခန်းကိုကြည့်ပါ။Garhwali5 इलै जबरि तक न्याय को बगत नि ऐ जान्दु, तबरि तक कै का दगड़ा मा कुई गळत काम नि कैरा। अर जब हमरु प्रभु यीशु आलु, त उई ईं बात को न्याय करलु, अर लोगु तैं ऊंका भला-बुरा कामों का बारा मा बतालु, जु ऊंन लुकि-छिपी के करिनी। अर उ इन भि बतालु, कि ऊंका मनों मा क्या च। तब पिता परमेस्वर ऊं लोगु की तारीफ करलु, जु वेका काम खुणि वफादार छिन। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
हे विश्वासी भयों, एक हैंका की बदनामी नि कैरा जु अपड़ा भैय की बदनामी करदो या वे पर भंगार लगौंदु उ परमेश्वर का वचन की बदनामी करदो, अर परमेश्वर का वचन पर भंगार लगौंदु पर तू जु परमेश्वर का वचन पर भंगार लगांदी त तब तू परमेश्वर का वचन कु पालन नि करदी बल्कि तु अफी मूसा द्वारा लिखीं परमेश्वर की व्यवस्था पर न्यायी बण जांदी।
यूं मुसिबतों कु उद्देश्य यु दिखांण च कि क्य तुम सच मा पिता परमेश्वर पर विश्वास करदा छा। यीशु मसीह मा तुम्हरो विश्वास सोना बट्टी भि जादा कीमती च। जन नाश हूंण वला सोना तैं आग मा परखै जांद अर शुद्ध किये जांद, उन ही तुम जु तुम्हरो विश्वास आग की अजमैशों का द्वारा परखै जांणा का बाद भि मजबूत रांदो, त यु वे दिन तुम तैं भौत प्रशंसा अर महिमा अर सम्मान दिलालो जब यीशु मसीह फिर से आलो।
अर मिल मुरयां लुखुं तैं वे सिंहासन का संमणी खड़ा दिखिनि, मतलब कि जु जरूरी च। उ लोग जु समुद्र मा डूबी कै मोरि गैनी, अर कब्रों म का सभि मुरयां लोग, अर उ सभि लोग जु मोरि के अधोलोक मा छा, उ सभि वे सिंहासन का संमणी खड़ा हवीनि। उ किताब (चाम्रपत्र) खुलै गै जै मा ऊं लुखुं को नौं लिख्यां छा जै मा उ जीवन छो जैको कुई अंत नि च। उ किताब भि खुलै गै जै मा लुखुं ल जु-जु कैरी छो उ लिखै गै छो, अर हर एक ल जु कुछ कैरी छो वेका अनुसार ऊंको जांच के न्याय किये गै, जु वीं किताब मा लिख्युं छो।