मिल तुम तैं शुभ संदेश सुणये अर परमेश्वर का वचन तैं सिखांण शुरू कैरी, अर अपुल्लोस तुम तैं लगातार सिखांणु ही रै, पर हम द्वीयूँ कु एक ही मकसद च, कि हर एक मनिख अपड़ी ही मेहनत का अनुसार पिता परमेश्वर बट्टी ईनाम पौ।
इलै प्रभु का वापिस आंण तक कै तैं भि नि परखा, उ पूरा ढंग से ऊं सभि विचारों तैं बतालो जु लोग सुचदींनि, ज्यांका बार मा कुई भि नि जंणद, त अंधेरा मा छिपी बातों तैं उज्यला मा दिखालो, अर मांणा के उद्देश्यों तैं प्रगट करलो, तब पिता परमेश्वर का तरपां बट्टी हर एक की प्रशंसा होली।
जु मि यु काम अपड़ी मर्जी से करदु त फिर मि तैं ईनाम मिललो। पर जु पिता परमेश्वर ल मि तैं य जिम्मेदारी दीं च, त मि ईनाम मा क्य उम्मीद कैरी सकदु? मि कै भि ईनाम की उम्मीद नि कैरी सकदु।
तुम मा बट्टी हर एक तैं अपड़ा कामों की जाँच कन चयणी च। जु यु अच्छो च त जु कुछ तुम ल कैरी वे पर तुम बड़ो मोन कैरी सकदियां, पर कै और दगड़ी अपड़ा काम की तुलना नि कैरा।
जन एक अच्छो योद्धा लड़ै मा हार नि मणद उन ही मि भि प्रभु कु बड़ी मेहनत कन नि छुड़द। मिल मसीह को दियूं काम पूरो कैरी, मि प्रभु मा आखिर तक विश्वासयोग्य रों।
कुछ इन बात छिनी जु मि उख का पुरणा अगुवों बट्टी कन चांणु छो किलैकि मि भि तुम जन एक पुरणों अगुवा छो। मिल अफ भि ऊं दुखों तैं देख जु भौत बगत पैली मसीह ल सैनी। जब उ फिर वापिस आलो, त मि भि वेकी महिमा मा शामिल होलो अब मि तुम बट्टी बिनती कनु छो