1 कुरिन्थि 16:11 - गढवली नयो नियम11 इलै कुई भि ऊंको अपमान नि कैरो, पर वे तैं सभि कुछ शान्ति दगड़ी द्या, जु वेकी यात्रा कु जरुरी च, कि उ मि मा ए जौं; किलैकि मि वेको इन्तेजार कनु छों, कि उ विश्वासी भयों का दगड़ी औ। အခန်းကိုကြည့်ပါ။Garhwali11 इलै कुई भि मनखि वेको तिरिस्कार नि कैरो। अर तुम वेकी यात्रा मा वेकी पूरि मदद कर्यां, ताकि उ ठिक ढंगल मेरा पास पौंछी सैको, किलैकि मि वेको इंतजार कनु छौं, कि उ दुसरा बिस्वासी भैयों का दगड़ा मेरा पास ऐ जौ। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
मण्डलि का लुखुं ल ऊं तैं यात्रा कु पैसा अर खांणु दगड़ा मा दींनि। जबकि पौलुस, बरनबास अर विश्वासियों ल फीनीके प्रदेश अर सामरिया प्रान्त बट्टी हवे के यात्रा कैरी, ऊंल विश्वासियों तैं बतै कि कन कै हैंका जगह का अन्यजाति ल सुसमाचार सूंणि के मसीह पर विश्वासी कैरी अर यां बट्टी सभि विश्वासी भयों तैं भौत आनन्दित कैरी।