1 कुरिन्थि 12:28 - गढवली नयो नियम28 अर पिता परमेश्वर ल मण्डलि मा अलग-अलग आदिम नियुक्त करयां छिनी; पैला प्रेरित, दुसरा परमेश्वर का तरपां बट्टी बुल्ण वलो, तिसरा शिक्षक, फिर चमत्कार का काम कन वला, फिर चंगा कन वला, अर उपकार कन वला, अर प्रधान, अर बनि-बनि भाषा बुल्ण वला। အခန်းကိုကြည့်ပါ။Garhwali28 हे मेरा भै-बैंणो, तुम जु मसीह का अंग छाँ, तुम बिस्वासी समुदाय का लोगु तैं पिता परमेस्वर न चुणी, पैलि त खास चेला का रुप मा, दुसरा रैबर्या का रुप मा, तिसरा शिक्षा देण वळा। अर वेका बाद वेन ऊं लोगु तैं भि चुणी जौं का द्वारा वु चमत्कार का काम करदु, बिमारों तैं खूब करदु, अर वेन ऊंतैं भि चुणी जौं का द्वारा उ दुसरो की मदद करदु, अर ऊंतैं भि जु कि हर चीज को इंतजाम करौन्दिन, अर अलग-अलग भाषा बुलण वळा सब लोगु तैं वेन ही चुणी। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
मि चांदु छों, कि तुम सब अन्य भाषाओं मा बात कैरा, पर ज्यादातर यु चांदु छों, कि भविष्यवाणी कैरा; किलैकि अन्य भाषा बुल्ण वलो मनिख ईं बातों कु अनुवाद नि करदु कि उ मण्डलि मा विश्वासियों का विश्वास तैं मजबूत कन कु क्य बुल्दो, त जु मनिख भविष्यवाणी करदो वे अन्य भाषा बुल्ण वला बट्टी, जु अनुवाद करयां बगैर अन्य भाषा मा बात करद, बढ़िया च किलैकि अनुवाद किये जांण पर ही मण्डलि की उन्नति सम्भव हवे सकद।