1 कुरिन्थि 10:1 - गढवली नयो नियम1 हे विश्वासी भयों, मि चांणु छों की तुम याद रखा, कि जंगल मा हमारा पुरणों का दगड़ी भौत पैली क्य हवे छो। पिता परमेश्वर ल ऊं सभियूं तैं एक बादल भेजि के बतै, जु ऊंका अगनैं-अगनैं, अर उ, ऊं सभियूं कु सूखी भूमि का जन लाल समुद्र का पांणी का बीच बट्टी बचै कै लै। အခန်းကိုကြည့်ပါ။Garhwali1-2 हे मेरा भै-बैंणो, मि नि चान्दु कि तुम ईं बात तैं बिसरी जा, कि पिता परमेस्वर न हमरा यहूदी लोगु का पितरों तैं मिस्र देस बटि आजादी दिलै। अर वे बगत मा ऊ बादळ का छैल का तौळ चलिनी, अर लाल समुन्दर का बीचों-बीच चलि के दुसरा छाला पर पौंछयै गैनी। अर इन बुले जै सकदु, कि येका द्वारा ऊंको बपतिस्मा ह्वे अर वु मूसा रैबर्या का चेला बणि गैनी। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |