24 अगमबक्तामैं नेरो परमेश्वरए म्हिमैं सैवाबै को च सहर तिगोंन् तल, छलेन पृथ्बीर म्हिमैंइ सैवाब्मैंए को या च सहरर्न मुँल।”
“धिक्कार मुँ, शास्त्रिमैं नेरो फरिसीमैं क्हेमैं फिब्लो पार्दिब्मैं! क्हेमैं चुनइ स्यालबै छगों धों तब मुँ। च छगों बैरुउँइँले ङ्ह्योमा छ्याँब म्रोंम्, दिलेया न्होंर सिबै म्हिए ह्रिब नेरो क्राँरिबै से मत्त्रे तम्।
ओंसों ओंनोंबै छ्याब् आरेबै म्हिमैं सैवाबै सजैं क्हेमैंए फिर्न तरिगे बिसि ङए ताँ बिमिंब्मैं कुल्मिंब्मुँ। तोइ छ्याब् आरेबै हाबिल नेरो बेरेक्याहए च्ह जकरिया सैवाबै पापए सजैं क्हेमैंए फिर्न खब्मुँ। मन्दिर नेरो होम् पिंबै क्ल्ह्योए म्हाँजोर क्हेमैंइ जकरिया सैवाइ।
ताँन् अगमबक्तामैंलाइ चमैंइ ह्रुगुदिल! खीए पबित्र के लबै म्हि युसिन् मुँ ओंसों बिबै म्हिमैंलाज्यै या चमैंइ सैवाल। तोगो च म्हि युज्यै या क्हेमैंइ चलाइ क्हाल् पिंसि सैवाइमुँ।
च यहूदीमैंइ प्रभु येशू ख्रीष्ट नेरो स्योंम्बै अगमबक्तामैं सैवाइ, धै ङिलाज्यै या ल्हें दुःख पिंसि ल्हावाइ। छले चमैंइ ताँन् म्हिमैंए बिरोध लसि परमेश्वरए सैं नल् लइमुँ।
छले चमैंइ परमेश्वरए ताँ बिप्रबै के लल् खाँबै लिउँइँ च क्रोंउँइँले त्होंखबै खेदोइ च ग्वाइ पिंब्मैं ङ्हिंने ल्हडें लसि चमैंलाइ ट्होसि सैवाब्मुँ।
तलेबिस्याँ पृथ्बीर्बै म्हिमैंइ क्हिए पबित्र म्हिमैं नेरो क्हिए अगमबक्तामैं सैवासि को-कोन् लवाइ। छतसि चमैंए खि फोबर तोगो क्हिजी चमैंलाइ को थुँल् पिंइमुँ। चु चमैंइ योंल् त्हुबै सजैं ग।”
झाइले च च्हमिरिइ परमेश्वरए म्हिमैंए को नेरो येशूए ल्हागिर सिब्मैंए को थुँसि म्हेरब ङइ म्रोंइ। च म्रोंसि ङ प्लेटोयाइ।
खीजी ठिक निसाफ लम्। पृथ्बीर्बै ताँन् म्हिमैंलाइ ब्यभिचार लबर ल्हैदिसि न्होंवाबै च फ्यालुस्योलाइ खीजी दण्ड पिंइमुँ। छले खीए के लब्मैंलाइ सैवाबै खि खीजी किंइ।”