19 झाइले चमैंइ खेंमैंए क्रर त्हुल फ्रुँसि न्हुँ लइ। धै क्रोदै बिइ, ‘आमै! आमै! च सहरम् थुँयाना! चए सैंन्होरउँइँलेन् ताँन् क्यु झाज ओलेब्मैं प्लब् तल, दिलेया तिस्यार्न थुँयाइ।’”
क्हिइ म्रोंबै च रुँ च्यु मुँबै खेदोइ च फ्यालुस्योलाइ हेल लब्मुँ, धै चने मुँबै ताँन् सैमैं प्हेंवासि चलाइ क्लुना लवाब्मुँ। चमैंइ चए से चब्मुँ, झाइले चलाइ मिर झोंवाब्मुँ।
चमैं चए थेबै दुःख म्रोंसि ङ्हिंब्मुँ। झाइले चमैं ह्रेंगोन् रासि ‘आमै! आमै! कति थेबै नोक्सान तना! च थेब नेरो भोंबै बेबिलोन सहरइ तिस्यार्न सजैं योंना,’ बिब्मुँ।
च च्हमिरिने ल्हैदिबै ताँन् ह्रेंर्बै म्हिमैं प्हाइ धोंले म्हेरइमुँ। पृथ्बीर्बै म्रुँमैं या च च्हमिरिने ल्हैदिइमुँ। च फ्यालुस्योइ तो लदा ङ्हाँमुँ चन् लप्रइमुँ, धै छों लब्मैं चने क्ह्रिसि प्लइमुँ।”
दिलेया चए फिर तिगेंर्न ल्हें दु:खमैं खसि, रोग, शोक नेरो अँङ्गल् तब्मुँ। झाइले चलाइ मिर ख्रोंवाब्मुँ, तलेबिस्याँ चए निसाफ लबै याहवेह परमेश्वर थेबै शक्ति मुँबै परमेश्वर ग।