8 ओ ङए म्हिमैंए न्होंर्बै च्हैंब् मैंब् लल् आखाँब्मैं, मैंन्दि! ओ मुर्खमैं, क्हेमैं खोंयों च्हैंब् मैंब् लल् खाँब्मैं तमुँ?
तलेबिस्याँ बुद्धि मुँबै म्हिमैं या सिल् त्हुब, धै आमादुमैं नेरो आह्र आसेब्मैं ङ्हिंन-ङ्हिंन् सियामा सै न्होर अरूमैंए ल्हागिर्न वाथेंल् त्हुमन बिब ताँनइ म्रोंइमुँ।
छतसि ङ च्हैंब् मैंल् आखाँब नेरो ताँ क्होल् आखाँब् मुँल; क्हिए उँइँर ङ खेदो धोंन् तब् मुँल।
दिलेया च्हैंब-मैंब लल् आखाँबै म्हिइ चु ताँ क्होल् आखाँ; आमादुइ चु ताँ क्होल् आखाँ।
“ओ आमादुमैं, क्हेमैं खोंयों समा ज्ञान बुद्धिलाइ तो धोंइ आङ्हाँन्ले प्ररिमुँ? खोंयों समा आउलाइ प्ह्रबै ताँमैं लसि सैं तोंरिमुँ, ओ आमादुमैं, तले जा, क्हेमैंइ ज्ञान बुद्धिलाइ तो धोंइ आङ्हाँब?
लोदा सैंदाए ताँमैं ङिंबै म्हिइ ज्ञान बुद्धिए घ्याँर प्रम्, दिलेया लोदा सैंदा लमा थेल् आङिंबै म्हि आमादु ग।
ओ बुद्धि आरेब्मैं, बुद्धि म्हैद्; ओ आमादुमैं, च्हैंब्-मैंब् लल् खाँब्मैं तद्।
खीए बारेर्बै ताँ क्होबै म्हि खाबै आरे, खीलाइ म्हैब खाबै आरे।
तलेबिस्याँ ओंसों ङ्योइ या आमादु, बिब आङिंब, आतबै केर प्रब, सयल लब, आगुए फिर ह्रिस लब, आगुइ ङ्योलाइ हेल लमल, ङ्योज्यै या अरूलाइ हेल लमल।