44 च त्हेरि मिश्रीमैंए स्योंमैं खीजी को लवाइ, छतसि च स्योंमैंर्बै क्यु चमैंइ थुँल् आखाँल।
खीजी चमैंए ह्युलर्बै स्योंमैं ताँन् को लवाइ, धै चर्बै ताँगमैं ताँन् सियाइ।