19 तोंगु धों तबै ह्रोंसए म्हिमैंलाइ क्ह्योंर्बै खेदोमैं धों तबै दुष्टमैंए उँइँर फेल् आपिंन्; आगुइ क्र ओलै आपिंबै क्हिए म्हिमैंलाइ खोंयोंइ आम्लेद्।
ओ याहवेह रेत्ति! क्हिए यो क्वेदु, ल्होब्मैं खाबै आरेब्मैंलाइ आम्लेमिंन्।
क्हिए म्हिमैं च क्ल्ह्योर टिइमुँ, धै खीजी ङ्हाँदुमैंलाइ छ्याँबै सैमैं पिंसि सैं तोंल् पिंइ।
चमैंइ पखबै सैमैं न्होंर कोइ चाँदिइ म्होरबै तोंगुए प्ह्यागोंमैं नेरो छ्याँबै माराइ म्होरबै चए प्ह्यागोंमैं मुँल। (दिलेया क्हेमैं को-कोइ मुँयुँमैं ल्हडें लबै त्हेर तले क्यु प्ह्रोंर टिरिल?)
धै क्हिए म्हिमैं नेरो दुःख योंब्मैंए फिर चइ ठिक निसाफ लब्मुँ।
दिलेया आयों आख्युब्मैं परमेश्वरजी खोंयोंइ म्लेरिब् आरे, दुःख योंब्मैंए आशा खोंयोंइ म्हरिब् आरे।
“ङ्ह्योद्! ङइ क्हेमैं प्याँगुमैंए म्हाँजोर क्यु धोंले कुलरिइमुँ। छतसि क्हेमैं प्हुरि धोंले बाठो, तोंगु धोंले सोजो तसि टिल् त्हुम्।