4 दिलेया क्हिलाइ म्हैब्मैं ताँन् क्हिलाइन मैंसि सैं तोंरिगे धै छिं ङ्हाँरिगे! “क्हिजी जोगेमिंइ!” बिसि धन्यबाद पिंब्मैंइ खोंयोंइन् बिलै “परमेश्वर बेल्ले थेब मुँ!” बिसि बिरिगे!
“चम् ठिक के लबै म्हि ग,” बिसि ङए बारेर छ्याँबै ताँ पोंब्मैं सैं तोंसि छिं ङ्हाँल् योंसि कै तेरिगे। “ह्रोंसए के लबै म्हिल बिब् धों पोंब् धों तब् म्रोंसि याहवेह सैं तोंइमुँ। छतसि खीए मिं थेब् तरिगे!” बिसि चमैंइ खोंयोंन् बिरिगे।
दिलेया क्हिलाइ म्हैब्मैं ताँन् क्हिलाइन मैंसि सैं तोंरिगे धै छिं ङ्हाँरिगे! “क्हिजी जोगेमिंइ!” बिसि धन्यबाद पिंब्मैंइ खोंयोंइन् बिलै “याहवेह बेल्ले थेब मुँ!” बिसि बिरिगे!
दिलेया क्हि ङाँइँले ग्वार योंब्मैं सैं तोंरिगे, धै चमैं खोंयोंइन सैं तोंदै क्वे प्रिंरिगे। धै क्हिए मिंलाइ म्हाँया लब्मैं क्हिनेन् सैं तोंरिगे बिसि चमैं जोगेमिंन्।
ओ ठिक के लब्मैं, याहवेहने सैं तोंन्, धै खीए पबित्र मिंर धन्यबाद पिंन्!
क्ह्रोंसेंन ङ क्हेमैंने बिमुँ, क्हेमैं न्हुँ लसि क्रोब्मुँ, दिलेया ह्युलर्बै म्हिमैं बिस्याँ सैं तोंब्मुँ। क्हेमैं न्हुँ लसि टिलेया लिउँइँ सैं तोंल् योंब्मुँ।