5 ङए फिर दुःखन् तलेया, धै आछ्याँबै के लब्मैंइ ङलाइ कारर्ग्यु लखलेया,
दान बिस्याँ घ्याँर्बै प्हुरि घ्रि अथवा घ्याँर्बै बिष मुँबै प्हुरि तब्मुँ। चइ गोडाए प्हले तिंजा चोब्मुँ धै घोडाए फिर क्रेबै म्हि चए लिलि क्हुरिह्याम्।
दुष्ट म्हिमैं ङए कारग्युले मुँ, नगिमैंइ धोंले चमैंइ ङ घेर्दिइमुँ, चमैंइ ङए यो प्हलेमैंर खुँ थोंवाइमुँ।
मिछु खैबै खोल्सर प्रल् त्हुलेया ङ तो सैने या ङ्हिंरिब् आरे, तलेबिस्याँ क्हि ङने बालु मुँ; क्हिए तुँबै प्हरे नेरो ह्वाबै प्हरेइ ङए रक्षा लम्।
ङइ लबै आछ्याँबै केमैंइ ङ क्र समा हुवाइमुँ, छले ङइ लबै आछ्याँबै केमैं ल्हें तयाबइले ङ क्र ओलै आखाँन् तयाइमुँ;
ङइ आहनउँइँले पोंब्मुँ, था आसेबै स्योंम्बै ताँमैं ङइ बिमिंब्मुँ।
दुःख तमा रालै आखाँन् तइ बिस्याँ क्हिने भों आरे।
ह्रोंसइ लबै आछ्याँबै केइन दुष्ट म्हि ङोर फेम्, धै ह्रोंसइ लबै आछ्याँबै केमैंन च पापर च्होवाम्।
च स्वर्गदूतइ ङने बिइ, ‘ओ पावल, आङ्हिंन्! क्हि कैसर म्रुँए उँइँर खैलसे या राल् त्हुम्। धै क्हिने क्यु झाजर क्रेब्मैं ताँनए ज्यु परमेश्वरजी क्हिए योर पिंइमुँ।’
चु जुग आछ्याँब मुँ। छतसि क्हेमैंने मुँबै त्हे खेरो ह्याल् आपिंन्, छ्याँबै केमैं लप्रद्।
क्हेमैंए फिर तो तखलेया क्हेमैंए शत्तुरमैंने तिफुँइ आङ्हिंन्। खोंयोंइ बिलै प्रभुए फिर बिश्वास लबर भोंब् तरिद्। छतस्याँ शत्तुरमैंइ क्हेमैं ट्होल आखाँ, बरु क्हेमैंइ ट्होब्मुँ, तलेबिस्याँ परमेश्वरजी क्हेमैं जोगेमिंब्मुँ।