11 चमैंए छगों खोंयोंन् बिलै चमैंए धिं तब्मुँ, पुस्ता पुस्ता समा चमैं छगोंर टिब्मुँ। चमैंए धिं-नाँमैं, क्ल्ह्यो न्हेंमैंर खेंमैंए मिं थेंलेया
कयिन ह्रोंसए प्ह्रेंस्योने बालु तसि चए प्ह्रेंस्योइ प्हसे नोइ, धै हनोक बिबै च्ह फिइ। कयिनइ सहर घ्रि बनेसि ह्रोंसए च्हए मिं हनोक च सहरए मिंर्न थेंइ।
“तो सैज्यैया ङलाइ लाल् खाँरिब् आरे, छतमा ङए फिर खोंयोंन् बिलै तोइ दुःख तरिब् आरे,” बिसि चमैंए सैंर मैंम्।
“तारे ओ याहवेह, ङइ तोए ल्हागिर पैंले? ङए आशा क्हिनेन् मुँ।
चमैंए सुँइ क्ह्रोंसेंन्बै ताँ आपों; चमैंए खों आछ्याँबै सैमैंइ प्लिंइमुँ; चमैंए म्लोगो थोंथेंबै छगों ग; छतसि चमैंइ फिब्लो पार्दिसि पोंम्।
म्हिमैंए सैं कति आछ्याँब् तमना, चमैंइ आगुए न्होह्रों लबै जाल रोमुँ, दिलेया “ङिइ ठिक चाँजोमैं लइमुँ,” बिम्।
छतमा येशूजी चने बिइ, “क्हेमैं फरिसीमैं थलि प्हेलाए फि-फि छेन्ले म्याम्। दिलेया क्हेमैंए सैंर बिस्याँ आछ्याँबै ताँमैं नेरो लोबइ प्लिंइमुँ।”
छतसि क्हिइ ह्रोंसए चु दुष्ट केउँइँले सैं एद् धै प्रभुने प्राथना लद्, छलस्याँ क्हिइ मैंबै आछ्याँबै ताँमैं क्षमा योंलै।