11 दिलेया थेब् आप्हैंब्मैंइ ह्युलर क्ल्हे लब्मुँ, धै चमैं छिं ङ्हाँसि सैं तोंल् योंब्मुँ।
क्हिए ठिमइ खोब्मैंइ तो सैरै या न्हुँ लल् आत्हु; तो सैज्यै या चमैंलाइ ट्होल् आखाँ।
चइ सुखर त्हिंइमैं थोब्मुँ, धै चए सन्तानमैं ह्युलए फिर क्ल्हे तब्मुँ।
क्हिजी पिंसिन् ङिइ म्रेंन्ले चल् योंइमुँ, स्यों धोंले खोंयोंन् बिलै युरिबै आशिकइ क्हिजी ङिलाइ प्लिंमिंइमुँ।
चए ग्याल्सर ठिक के लब्मैंल बिब् धों तरिगे, धै लयाँ मुँन् समा तोन्दोंरि सै छ्याँब तरिगे!
थेब् आप्हैंब्मैंइ आशिक योंब्मुँ, तलेबिस्याँ चमैंइ परमेश्वरउँइँले ह्युलर्बै हग योंब्मुँ।
“ङए शान्ति क्हेमैंने पिंथेंब्मुँ। ङ ह्रोंसए शान्ति क्हेमैंलाइ पिंब्मुँ। चु ह्युलर्बै म्हिमैंइ पिंब् धोंबै शान्ति ङइ क्हेमैंलाइ आपिं। छतसि क्हेमैंए सैं खैता-खैता आतदु धै आङ्हिंन्।
झाइले सैंज्यै आमैंबै परमेश्वरए शान्तिजी क्हेमैंए नरिबै सैं नेरो प्ल्होंरिबै खोंलाइ येशूउँइँले छिं ङ्हाँन् लमिंब्मुँ।
छतसि बाबु, क्हि परमेश्वरए म्हि ग। क्हिइ चु छाबै लोबए केमैं आलद्। बरु परमेश्वरए उँइँर छेनाले सेवा लबर, बिश्वासर, म्हाँयार, खैतबै दुःखन् तलेया भोंब् तसि सैदिसि थेब् आप्हैंनले ढुक्कले टिद्।
छतसि ताँन् आछ्याँबै ताँ नेरो दुष्ट केमैं लब पिवाद्, बरु परमेश्वर म्हाँदिसि खीए छ्वेर बिबै ताँ क्हेमैंए सैंर थेंसि च्योंने तद्। छलस्याँ क्हेमैं जोगेब्मुँ।
क्हेमैं न्होंर ह्रब्-सेब नेरो ताँ क्होबै म्हि खाब मुँ? च म्हिइ थेब् आप्हैंन्ले छ्याँबै बानिउँइँले छ्याँबै केमैं लसि उँइँरिगे।