2 “परमेश्वरजी चलाइ ल्होमिंरिब् आरे,” बिसि ङए बारेर ल्हें म्हिइ बिरिइमुँ। तिस्याँदे मैंन्
“याहवेह ङ्योने आरेस्याँ म्हिमैंइ सैल् म्हैबै त्हेरि
ङलाइ म्रोंब्मैं ताँनइ ङउँइँ ङ्ह्योसि म्हदे म्लिंसि छ बिदै खरि च्यारम्:
ङ थेबै कैले याहवेहने ग्वार ह्रिब्रें लमुँ, धै खीजी ह्रोंसए पबित्र कोंउँइँले ङलाइ ज्वाफ पिंमुँ। तिस्याँदे मैंन्
क्हिए आशिकए यो क्हिए म्हिमैंए फिर तरिगे; तलेबिस्याँ याहवेहजी ह्रोंसए म्हिमैं जोगेमिंम्। तिस्याँदे मैंन्
ओ म्हिमैं, खोंयों समा क्हेमैंइ ङए थेबै मिं वासि ङ फाफिन् लरिम्? खोंयों समा क्हेमैं केर आफेबै सैंमैं खोरिम् धै स्योलिबै देवतामैंए लिलि प्ररिम्? तिस्याँदे मैंन्
ङ्हिंसि त्हारद् धै पाप आलद्; क्ल्ह्योर रोमा ह्रों-ह्रोंसए खोंर चु ताँ मैंन्, धै च्याँ तद्। तिस्याँदे मैंन्
ङए ह्रिबमैंर सेलाँइ थोसि घा तब् धोंले ङए शत्तुरमैंइ ङलाइ प्ह्रम्, धै चमैंइ त्हिंइतिमिन् ङने बिरिम्, “क्हिए परमेश्वर खनिर मुँ?”
ङए मिग्लि त्हिंयाँ म्हुँइँस ङए चबै सै तइमुँ, छाब् म्रोंमा ङए शत्तुरमैंइ “क्हिए परमेश्वर खनिर मुँ?” बिसि खोंयोंन् बिलै ङलाइ प्ह्ररिम्।
“परमेश्वरजी चलाइ पिवाइमुँ; छतसि चलाइ ल्हाबोसि क्हाद्, तलेबिस्याँ चलाइ जोगेब खाबै आरे।”