13 फो ख्रेंसि ङ्हेदै ह्वाखबै सिंहमैं धोंले ङए न्होह्रों लबै ल्हागिर चमैंइ सुँ आँ लम्।
फो ख्रेंसि चबै सै म्हैप्रबै सिंह धोंन् चमैं तइमुँ, थेबै सिंह धोंले चमैं क्ह्वेइ टिइमुँ।
चेंमैंए सुँउँइँले ङ फ्रेमिंन्, धै क्ह्योंर्बै साँढेए रुउँइँले ङ जोगेमिंन्।
ङलाइ म्रोंब्मैं ताँनइ ङउँइँ ङ्ह्योसि म्हदे म्लिंसि छ बिदै खरि च्यारम्:
ओ याहवेह, खोंयों समा क्हिजी ङए फिर तरिबै अनिया ङ्ह्योरिमुँ? ङए बिरोधर रासि खोंयोंन् बिलै ङए न्होह्रों लल् म्हैबै सिंहमैं धों तबै म्हिमैंउँइँले ङ जोगेमिंन्।
चमैंइ ङलाइ प्ह्रमा “क्हिइ लबै के ङिए मिइन म्रोंल् योंइ!” बिसि अझै ङए बिरोधर्न पोंम्।
क्हिजी आजोगेमिंस्याँ चमैंइ सिंहइ धोंले ङ रुएवाब्मुँ, धै ङलाइ फ्रेमिंबै म्हि खाबै आरेमा चमैंइ ङ कुदु-कुदु लवाब्मुँ।
बरु न्ह क्रों मि क्रोंले टिद्, तलेबिस्याँ क्हेमैंए शत्तुर दियाबलस बिबै दुष्ट खाबलाइ सैसि चब् ङ्हे बिसि सिंह धोंले बेल्ले थेबै कै तेदै स्युर प्रम्।