4 क्हिए सैंर मैंबै ताँमैं खीजी योमिंरिगे, धै क्हिइ लल् म्हैबै ताँन् केमैंर आशिक पिंरिगे।
खीने बालु ङ्हिंब्मैं ताँनए सैंर मैंब खीजी पूरा लमिंम्; चमैंइ हुइब खीजी थेमुँ धै चमैंलाइ जोगेमिंम्।
क्हिजी म्रुँए सैंर मैंब् धों लमिंइमुँ, धै खीजी यो छ्युँ लसि ग्वार ह्रिमा क्हिजी थेमिंइमुँ। तिस्याँदे मैंन्
याहवेहनेन् सैं तोंन्, धै खीजी क्हिए सैंर मैंबै ताँमैं योमिंब्मुँ।
ठिक के लबै म्हिइ थेंबै आशा तो मुँलेया छ्याँब तम्, दिलेया दुष्ट म्हिमैंइ आशा थेंबै सै आयोंमा ह्रिस खम्।
क्हेमैंइ परमेश्वरए फिर बिश्वास लसि प्राथनानर तो सै ह्रिलेया योंब्मुँ।”
क्हिजी ङए ताँ खोंयोंन् बिलै थेमुँ बिसि ङइ सेइमुँ। दिलेया क्हिजी ङ कुल्मिंब् ग बिब चुर रारिबै म्हिमैंइ क्वेंरिगे बिसि ङइ चु ताँ बिब् ग।”
“च त्हिंइर क्हेमैंइ ङने तोइ ङ्योएरिब् आरे। क्ह्रोंसेंन ङ क्हेमैंने बिमुँ, क्हेमैंइ ङए मिंर आबाने तोइ ह्रिलेया खीजी क्हेमैंलाइ पिंब्मुँ।