22 खीजी पिंबै ठिममैं ङइ म्हाँदिइमुँ, धै खीजी ल्हैदिबै केमैं ङइ आपिइमुँ।
ङ आसिन् समा क्हिए निसाफमैं म्हाँदिब्मुँ बिसि ङइ सैं लइमुँ।
ङ सोल् योंरिगे ङलाइ जोगेमिंन्; धै क्हिए निसाफमैं खोंयोंन् बिले ङइ छेनाले म्हाँदिब्मुँ!
धै क्हिजी लद् बिबै ताँन् केमैं ङइ लइमुँ; आछ्याँबै के लबै ताँन् घ्याँ ङइ आखो।
क्हिए सुँउँइँले त्होंबै ताँन् ठिममैंए बयन ङइ लमुँ।
ङइ क्ह्रोंसेन्बै घ्याँ त्हाँइमुँ; क्हिए निसाफमैं ङइ ङए ओंसों थेंइमुँ।
च लिउँइँ येशूजी च नबै म्हि मन्दिरर त्होसि बिइ, “ङ्ह्योद्! क्हि सल् खाँइमुँ। क्हिए फिर तोइ दुःखमैं आखरिगे बिसि धबै पाप आलद्।”