3 प्हुरिइ च्हिब् धोंले चमैंए लेइ नल् लम्, चमैंए सुँर प्हुरिए म्येकैं ल्हें तम्। तिस्याँदे मैंन्
छतमा याहवेह परमेश्वरजी च्हमिरिने “क्हिइ तले छ लल?” बिमा च्हमिरिइ बिइ, “प्हुरिइ ङने ‘तोइ आत! च रो चलेन् तम्’ बिसि स्योर तेइ। छतसि ङइ चइ।”
ङ सिंहमैं धों तबै म्हिमैंए म्हाँजोर मुँ; म्हिलाइ नास लबै खेदोमैंने ङ टिल् त्हुइमुँ। चुमैंए स बर्षा नेरो मे धों तब मुँ, चुमैंए ले बेल्ले छ्यारबै क्होज धों तब मुँ।
चमैंए ताँ प्हुरिए म्येकैं धोंन् तम्। न्ह आथेबै साँबे प्हुरिइ धोंले चमैंइ खेंमैंए न्ह म्रुम्।
ङ्ह्योद्, चमैंए सुँउँइँले तो त्होंमुँ? चमैंए ले सेलाँ धों तब् मुँ; चमैंए सैंर “ङिइ छ बिब खाबज्यै आथेइमुँ!” ङ्हाँम्।
खैज्हिजिले पोंमा सेलाँइ धोंले म्हिलाइ म्लोम्, दिलेया च्हैंसि मैंसि छेनाले पोंमा नरिबै सैं सल् लम्।
लिउइ प्हुरिइ धोंले चइ च्हिम्, धै गोमन प्हुरिइ धोंले बिख झोंम्।
चए सैंइ आछ्याँबै ताँमैं मत्त्रे मैंम्, धै चइ खोंयोंन् बिलै आक्ह्रिबै ताँबै रेम्।
ओ प्हुरिए सन्तानमैं! क्हेमैंन् दुष्ट मुँसेरो खैले छ्याँबै ताँ पोंल् खाँमुँ? तलेबिस्याँ सैंर प्लिंबै ताँमैंन् सुँउँइँले पोंम्।
क्हेमैंइ छलकपट आलल्ले ख्रीष्टए फिर बिश्वास लबै सैं लइ, दिलेया स्योंम्बै हब्बालाइ प्हुरिइ खैले स्योर तेसि लुइ, छलेन क्हेमैंए सैं या न्होंवाम् उ बिसि ङ ङ्हिंइमुँ।