6 शान्तिलाइ आखोब्मैंए म्हाँजोर ङ टिब ल्हें तइ।
ङ सिंहमैं धों तबै म्हिमैंए म्हाँजोर मुँ; म्हिलाइ नास लबै खेदोमैंने ङ टिल् त्हुइमुँ। चुमैंए स बर्षा नेरो मे धों तब मुँ, चुमैंए ले बेल्ले छ्यारबै क्होज धों तब मुँ।
“ङ्ह्योद्! ङइ क्हेमैं प्याँगुमैंए म्हाँजोर क्यु धोंले कुलरिइमुँ। छतसि क्हेमैं प्हुरि धोंले बाठो, तोंगु धोंले सोजो तसि टिल् त्हुम्।
म्हिए शत्तुर ह्रोंसए परवा न्होंर्बैन् तब्मुँ।
तलेबिस्याँ ओंसों ङ्योइ या आमादु, बिब आङिंब, आतबै केर प्रब, सयल लब, आगुए फिर ह्रिस लब, आगुइ ङ्योलाइ हेल लमल, ङ्योज्यै या अरूलाइ हेल लमल।