4 खीजी क्हिए फिर सिपाइमैंइ छेबै म्ह्रुछु तबै मेमैंइ दण्ड पिंब्मुँ, धै झ्याडिर लुँरिबै मिए राबइ ख्रोंवाब्मुँ।
क्हिए म्ह्रुछु तबै मेइ म्रुँए शत्तुरमैंए तिंर म्लेवारिगे; अरू ह्रेंमैं क्हिए प्हलेर्न कुरखरिगे।
छतसि परमेश्वरजी क्हिलाइ योगोर्लेन् नास लवाब्मुँ; क्हिए तम्बुउँइँलेन् खीजी क्हि चैंबोब्मुँ, सोगोंमैंए ह्युलउँइँले खीजी क्हि स्युसि भ्योंवाब्मुँ। तिस्याँदे मैंन्
ङ सिंहमैं धों तबै म्हिमैंए म्हाँजोर मुँ; म्हिलाइ नास लबै खेदोमैंने ङ टिल् त्हुइमुँ। चुमैंए स बर्षा नेरो मे धों तब मुँ, चुमैंए ले बेल्ले छ्यारबै क्होज धों तब मुँ।
ङ्ह्योद्, चमैंए सुँउँइँले तो त्होंमुँ? चमैंए ले सेलाँ धों तब् मुँ; चमैंए सैंर “ङिइ छ बिब खाबज्यै आथेइमुँ!” ङ्हाँम्।
खीजी ङ्हिंन् ङ्हाँबै हतियारमैं खुथेंइमुँ, धै खीजी मेमैं मिए प्हैं लसि चमैंलाइ ल्हिब्मुँ।
ताँ आक्होल् आखाँबै म्हिइ ह्रोंसए ङ्हेब्मैंए बिल्लि लप्रम, दिलेया ताँ क्होबै म्हि ल्हें आपोंल्ले टिम्।
दुष्ट म्हिइ छलु म्हिलुए के लम्; दिलेया छलु म्हिलु आलल्ले ठिक के लबै म्हिइ खैलसे या इनाम योंम्।
परमेश्वर आम्हाँदिबै म्हिए सुँइ पोंबै ताँइ ह्रोंसए ङ्हेब-ट्हुब्मैंए सैं नल् लम्, दिलेया ज्ञान बिद्धिए ताँ पोंबइले ठिक के लब्मैं दु:खउँइँले फ्रेल् योंब्मुँ।
स्योलिबै ताँ पोंबै म्हिलाइ याहवेहजी आखो, दिलेया छलु म्हिलु आलल्ले के लबै म्हिने खी सैं तोंम्।
दुष्ट म्हिइ आछ्याँबै के मत्त्रे लप्रम्, धै चइ पोंबै ताँइ म्हिमैंए सैं नल् लम्।
सैब नेरो सोल् लबै शक्ति लेर मुँ, खैलि पोंइमु, चमैंइ चए रो चब्मुँ।
पार्दिइ पोंबै ताँ लिंबै चबै सै धोंन् तम्; चइ पोंबै ताँ म्हिमैंइ सैं न्होंर क्वेंम्।
स्योलिबै ग्वाइ पिंबै म्हिइ दण्ड योंब्मुँ, स्योर तेबै म्हि स्योरल् योंरिब् आरे।
स्योलिबै ग्वाइ पिंबै म्हिइ दण्ड योंब्मुँ, स्योर तेबै म्हि नास तब्मुँ।
दिलेया ङ्हिंब्मैं, येशूए फिर बिश्वास लबर फा पिब्मैं, छेरन् तबै के लब्मैं, म्हि सैमैं, ब्यभिचार लब्मैं, फाफुइ लब्मैं, कु पूजा लब्मैं नेरो स्योर्गुमैं ताँन् प्ल्हइ दु:ख योंबै क्ल्ह्योर ह्याल् त्हुब्मुँ। चर बारुद नेरो लुँरिबै मिए होंल्दों मुँ। चु प्ल्हइ दु:ख योंबै क्ल्ह्यो ग।”