14 चए खेबाज्युइ लबै आछ्याँबै केमैं याहवेहजी मैंरिगे, धै चए आमाइ लबै पाप खोंयोंइ आमेटिरिगे!
चमैंए ओंसों आकुरद्, चमैंए पूजा आलद्, तलेबिस्याँ क्हेमैंए याहवेह परमेश्वर ङ ह्रिस लबै परमेश्वर ग। ङलाइ छेरब्मैंए पुस्ता सों, प्लि समा दण्ड पिंब्मुँ,
ङइ हजार-हजार पुस्ताए फिर आशिक पिंमुँ, धै दुष्ट केमैं, प्होंगि कैगि लब नेरो पापए क्षमा लमिंम्। दिलेया दोषिलाइ खैले बिलेना सजैं पिंमुँ। आबा-आमाइ लबै पापए दण्ड चमैंए च्ह-च्हमिमैं, क्वें-क्वेंमिमैं पुस्ता सों प्लि समा पिंमुँ।”