5 चमैंइ लबै केमैं खोंयोंन् बिलै चमैंए सैंर मैंब् धोंन् तम्। चमैं थेब् प्हैंरिम्, छतसि क्हिए ठिममैं चमैंउँइँले ह्रेंगो तम्। चमैंइ ह्रोंसए ताँन् शत्तुरमैं प्ह्रम्।
छले पृथ्बीर्बै म्हिमैं सैब् म्लोब् नेरो आछ्याँबै के लब परमेश्वरजी म्रोंइ। तलेबिस्याँ पृथ्बीर्बै ताँन् म्हिमैंए सैं दुष्ट तल् खाँल।
“आखाँम्मैं लुडिवाइमुँ, धै ङ्हाँदुमैंइ दुःखए सो हेंइमुँ। छतसि तारे ङ रेब्मुँ, धै चमैंए न्होह्रों लब्मैंउँइँले ङइ चमैं जोगेमिंब्मुँ,” बिसि याहवेहजी बिमुँ
तलेबिस्याँ दुष्टमैं छ्याँब् तब् म्रोंसि च थेब् प्हैंब्मैंए फिर ङइ ह्रिस लमल।
आउलाइ लुसि छलु म्हिलुले ल्हें सै न्होर खुब्मैंए गति या छाबन् तब्मुँ; चइ खुबै सै न्होरइन चलाइ नास लवाम्।
बुद्धि मुँबै म्हि छ्याँबै घ्याँर प्रसि कैंडो कैंडो ह्याम्, बुद्धिइ चलाइ नर्गर ह्याबउँइँले जोगेम्।
दुष्ट म्हिमैं छ्याँबै घ्याँर प्रब् पिसि मिछु खैबै घ्याँर प्रम्।
चमैं प्रबै घ्याँमैं ख्यद-ख्योदे मुँ, धै चमैंए प्रब-टिबै चाल आछ्याँब मुँ।
दुष्ट म्हिमैं म्रोंसि ह्रिस आलद्, चमैंने बालु थु तबै सैं आलद्,
चमैं खनिर ह्यालेया म्हिमैंलाइ दुःख पिंसि सैब् म्लुब् लम्।