29 क्युमैं खीजी बिब् भन्दा बैरु आह्यारिगे बिसि मा ङ्युँइर साँद थेंमा, खीजी पृथ्बीए जग झोंमा,
पृथ्बी खोंयोंन् बिलै भोंब तरिगे बिसि खीजी चलाइ जगए फिर थेंइ।
क्युइ धबै पृथ्बी आप्ल्हुँरिगे बिसि क्युइ ङ्वेल् आखाँबै साँद क्हिजी थेंमिंइ।
खीजी ह्रोंसए ज्ञान बुद्धिइ स्वर्ग बनेइ। खीए म्हाँया खोंयोंन् बिलै तरिम्।
खीजी मा ङ्युँइर्बै क्यु खागु लमुँ; खीजी गैरु मा ङ्युँइमैं ह्रोंसए धन्सरर थेंमुँ।
तलेबिस्याँ याहवेहजी बुद्धिइन पृथ्बीए जग झोंइ; खीजी च्हैंसि मैंसि मु चए क्ल्ह्योर थेंइ;
खीजी न्हाँम्स्योमैं मुर थेंमा, थेबै मा ङ्युँइर ह्याबै क्युए मुल्मैं त्होंमिंमा,
दिलेया पिलातसइ “मुँरिगे! ङइ तो प्ह्रिइ छाबन् मुँरिगे,” बिइ।