12 झाइले क्हिइ बिब्मुँ, “ओहो, ङ खै तदा ङ्हाँमुँ छान् तप्रइ, लोदा सैंदा लमा ङइ आङिं!
दिलेया चमैंइ बिइ, “क्हि ङि ङाँर टिखबै म्हि मत्त्रे ग, क्हिइ ङिए फिर निसाफ लल् म्हैइमुँ! ङिए घ्याँ स्योद्! आस्याँ ङिइ च म्हिमैंने भन्दा क्हिने आछ्याँबै के लब्मुँ।” छ बिसि लोतलाइ कैवासि म्रा फोर्दिबर होंइ।
ङइ लोमिंबै ताँमैं क्हिइ आखो, धै ङइ ल्हैदिबै केमैं क्हिइ आल।
छतसि ङ च्हैंब् मैंल् आखाँब नेरो ताँ क्होल् आखाँब् मुँल; क्हिए उँइँर ङ खेदो धोंन् तब् मुँल।
“ओ आमादुमैं, क्हेमैं खोंयों समा ज्ञान बुद्धिलाइ तो धोंइ आङ्हाँन्ले प्ररिमुँ? खोंयों समा आउलाइ प्ह्रबै ताँमैं लसि सैं तोंरिमुँ, ओ आमादुमैं, तले जा, क्हेमैंइ ज्ञान बुद्धिलाइ तो धोंइ आङ्हाँब?
ङइ हौदिब क्हेमैंए ल्हागिर्न ग बिब क्हेंमैइ आक्हो; ङइ लबै लोदा सैंदाए ताँमैं क्हेमैंइ तो धोंइ आङ्हाँ।
बुद्धि योंबै ल्हागिर म्हिमैंइ याहवेहलाइ म्हाँदिल् त्हुम्; दिलेया आमादुइ छ्ह खैलेन् थोलेन् तम् बिमुँ, धै ज्ञान बुद्धिए ताँमैं थेल् आङिं।
लोद-सैंदाए ताँमैं ङिंबै म्हिमैं छ्याँबै छ्ह योंबै घ्याँर प्रमुँ, दिलेया लोदा सैंदा लमा थेबै न्ह आलबै म्हि आछ्याँबै घ्याँर फेम्।
लोदा सैंदाए ताँमैं ङिंबै म्हिइ ज्ञान बुद्धिए घ्याँर प्रम्, दिलेया लोदा सैंदा लमा थेल् आङिंबै म्हि आमादु ग।
लोदा-सैंदाए ताँ आङिंबै म्हि फापिल् त्हुब्मुँ धै दुःख खब्मुँ, दिलेया लोदा सैंदाए ताँ थेबै म्हिइ मान योंब्मुँ।
आबाइ लोमिंबै ताँमैं आमादुइ आङिं, दिलेया बुद्धि मुँबै म्हिइ लोदा सैंदाए ताँमैं ङिंम्।
धै खिब् तबै त्हेर क्हि क्रोल् त्हुब्मुँ, च त्हेर क्हिला ह्रुइब् नेरो ट्हुबि मत्त्रे तब्मुँ,
तलेबिस्याँ चइ बिबै ताँमैं क्हिए ल्हागिर बत्ति ग, धै लोदा सैंदाए ताँमैं क्हिलाइ घ्याँ तेंबै ह्वे ग, धै बानि छ्याँब् तरिगे बिसि हौदिमा छ्याँबै छ्ह थोबर क्हिलाइ घ्याँ उँइँम्।
दिलेया ङने त्होल् आम्हैबै म्हिइ ह्रोंसलाइन नास लम्; ङलाइ हेल लबै म्हिइ कालने म्हाँया लम्।”