18 परमेश्वरए ताँ आङिंबै म्हिमैं प्हुँयाम्, परमेश्वरए ठिम म्हाँदिबै म्हिइ आशिक योंब्मुँ।
ठिक निसाफ लब्मैंइ आशिक योंब्मुँ, धै चमैंइ खोंयोंन् बिलै ठिक के लसि सैं तोंरिब्मुँ।
छ्याब् आरेब्मैंइ आशिक योंम्; चमैं याहवेहए ठिमर बिब् धोंले प्रम्।
खीजी बिबै ताँमैं ङिंब्मैं, नेरो सैं न्होंउँइँले खीलाइ म्हैब्मैंइ आशिक योंम्।
चु ताँमैंउँइँलेन् क्हिए केब्छैंइ तो लल् त्हुम् बिसि सेमुँ, चु ताँमैंइ बिब् धों लस्याँ थेबै इनाम योंम्।
औदिबै चिनुमैं ङिइ तोइ आम्रों; तारे अगमवक्तामैं घ्रि या आचै, धै चु दुःख खोंयों समा तरिब्मुँ बिसि ङि आसे।
हारूनइ म्हिमैंलाइ तो लदा ङ्हाँम् लल् पिंबइले म्हिमैंइ ह्रोंसए सैंर तो मैंमुँ चन् लसि शत्तुरमैं निस्युबै के तल् पिंना बिसि मोशाइ था सेइ।
परमेश्वरजी बिबै ताँमैं ङिंबै म्हिइ ह्रोंसए छ्ह जोगेम्; दिलेया खीजी प्रद् बिबै घ्याँलाइ तो धों आङ्हाँबै म्हि सिब्मुँ।
ताँइ मत्त्रे केब्छैंइ आच्यो, चइ ताँ क्होलै या ओर-छ्योर आफे।
“ओ ङए च्हमैं, तारे ङए ताँ थेद्; ङए घ्याँर प्रब्मैंइ आशिक योंब्मुँ।
छले प्रमा म्हिए हुल म्रोंसि येशूए सैंर ल्हयो खइ। तलेबिस्याँ चमैं प्ह्रोंछैं आरेबै क्युमैं धोंले आशा आयोंसि प्ररिब् म्रोंइ।
दिलेया येशूजी च च्हमिरिने बिइ, “ओ नानि, ङए ताँ थेद्! परमेश्वरए ताँ थेसि खीजी बिब् म्हाँदिबै म्हिइ झन् आशिक योंब्मुँ।”
क्हेमैंइ चु ताँ क्होसि छलेन् लइ बिस्याँ क्हेमैं ङ्हो सब्मैं तब्मुँ।
दिलेया परमेश्वरए ठिमर्बै ताँमैं छेनाले थेसि चर बिब् धोंलेन् प्रबै म्हिइ आशिक योंब्मुँ। तलेबिस्याँ ठिमइ छ्याँबै छ्ह खैले थोल् त्हुम् बिबै ताँमैं लोमिंम्, धै ठिमर्बै ताँमैं आम्लेबै म्हि ठिमइ बिब् धोंलेन् लरिम्।
खोंयोंइ आखाँबै छ्ह पिंबै सिंधुँउँइँले रोमैं चल् योंसि सहरर्बै म्रामैंउँइँले होंल् योंरिगे बिसि ह्रोंसए क्वें ख्रुब्मैं ङ्हो सब्मैं ग।