2 प्हुरियाबै कोल्मे नेरो आतुरले प्हुरियाबै चिब्लि नमे धोंले, तोनतोर्न झोंबै सराप आल्हैदि।
चमैंइ ङलाइ सराप पिंलेया क्हिजी आशिक पिंब्मुँ! चमैंइ ङए फिर यो झोंखमा चमैं फापिल् तब्मुँ, दिलेया क्हिए के लबै म्हि ङ सैं तोंल् योंब्मुँ!
धिं पिइरि प्रबै म्हि च्होंउँइँले प्हुरयाबै नमें धों तम्।