1 ख्वालबै त्हेर क्लिं युब नेरो बालि खैंबै त्हेर नाँ त्हिंब् आङ्हेब् धोंले, आमादुइ मान योंब आङ्हें।
झाइले च हताक म्रुँए दरबारए उँइँर मुँबै चौरर मोर्दकैए ङाँर ह्याइ।
छले हताक ह्यासि मोर्दकैइ बिबै ताँन् ताँमैं एस्तरने बिइ।
आछ्याँबै के लब्मैंलाइ म्हिमैंइ खोम्। छतसि दुष्ट म्हिमैं ङम् ङन् ग बिब् प्हैंसि ताँनइ म्रोंल्ले प्रम्।
आछ्याँबै के लब्मैंलाइ आखोब, दिलेया याहवेहने ङ्हिंब्मैंलाइ मान लब, ह्रोंसए न्होह्रों तलेया ङ लम् बिबै के पूरा लब,
ओ भोंबै म्हि, आछ्याँबै केमैं लसि क्हि तले थेब् प्हैंल? क्हि तले त्हिंतिमिन् प्हैंरिम्? छाबै म्हि परमेश्वरजी तिफुँइ आखो!
आमादुमैंलाइ छ्याँबै ताँ पोंब आङ्हे, क्रथे मिथेमैंइ स्योलिबै ताँ पोंब झन् तिफुँइ आङ्हें।
बुद्धि आरेबै म्हि सुख योंब आङ्हे, छलेन म्रुँए च्हमैं केब्छैंए न्होंर टिब झन् आङ्हे।
घोडालाइ कोर्रा, गधालाइ लगाम झोंब् धोंले, आमादुए क्होर प्हरेइ प्रिंल् त्हुम्।
आमादुलाइ मान लब घुँयात्रोर युँमा फैब् धों ग।
शासन चलेबै म्हि सैं सार मुँस्याँ आछ्याँब तम्, दिलेया छलु म्हिलु लसि सै न्होर आखुबै म्हिए छ्ह ह्रिंब् तम्।