21 क्हिए शत्तुर फो ख्रेंइमुँ बिस्याँ चब् चल् पिंन्, धै क्यु पिइमुँ बिस्याँ चलाइ क्यु पिंन्।
क्हिए शत्तुरमैंए न्होहों तमा क्हि सैं आतोंन्, धै चए क्हुरमा क्हि निआस्योद्।
“चइ ङए न्होह्रों लइ, छतसि ङज्यै या चए न्होह्रों लवाम्; ङइ चने खि किंब्मुँ,” आबिद्।
सैंर दुःख मुँबै म्हिए उँइँर क्वे प्रिंब खुँबै त्हेर खिबै क्वें प्हेंसि बोब, नेरो घार चज क्युँ झोंब् धो तम्।
दिलेया ङ क्हेमैंने बिमुँ, क्हेमैंइ ह्रोंसए शत्तुरमैं म्हाँया लद्, धै क्हेमैंलाइ ह्रुगुदिबै म्हिमैंए ल्हागिर प्राथना लसि परमेश्वरने आशिक ह्रिमिंन्।