33 “ङ तिस्याँदे रोम्, तिस्याँदे प्लिंम्, तिस्याँदे यो च्याफैसि भों न्हम्,” िबसि टिमा
लल् त्हुबै के युनन् आलबै म्हि न्होह्रों लबै म्हिए अलि धों तब् ग।
प्ल्हेगु तसेरो न्हरु ल्हें खम्, धै प्ल्हेगु म्हि फतेन् तब्मुँ।
न्हरु ल्हें आच्हुइद्, आस्याँ क्हि आयोंब-आख्युब् तब्मुँ। जँङ्गर खल्ले के लद्, छलस्याँ क्हिलाइ तोइ खाँचो तरिब् आरे।
छाब् म्रोंसि ङए सैंर ताँ घ्रि खइ, च ताँमैंउँइँले ङइ चु ताँमैं क्होइ:
क्हिए फिर ह्योमैं धोंले ङ्हाँदु, नेरो हतियार किंबै म्हि धोंले आयोंब्-आख्युब तिखेर्न कुखब्मुँ।
कब्जार म्रा छाइ-छुइ तब् धोंले, प्ल्हेगु म्हि खाडर क्याइ-माइ प्लिंरिम्।
मैंन्दि, खैबै जुग खबर होंइमुँ बिसि क्हेमैंज्यै सेइमुँ। तारे क्हेमैं न्हरुउँइँले छोरसि न्ह क्रों मि क्रोंले टिद्। थेद्, ओंसोंबै बिश्वास लबै त्हिंइ भन्दा तिंजोरो ङ्योलाइ जोगेमिंबै त्हिंइ झन् चेंदो तखइमुँ।
छतसि “ओ न्हरु च्हुइरिब्मैं रेद्, सियाब्मैंए म्हाँजोउँइँले रेखो! झाइले ख्रीष्ट क्हिए फिर चारब्मुँ,” बिसि म्हिमैंइ बिम्।