29 “चइ ङए न्होह्रों लइ, छतसि ङज्यै या चए न्होह्रों लवाम्; ङइ चने खि किंब्मुँ,” आबिद्।
“क्हिइ ङए न्होह्रों लइ, छतसि ङज्यै या क्हिए न्होह्रों लम्,” आबिद्; दिलेया याहवेहए फिर भर थेंन्, खीजी क्हिलाइ जोगेमिंब्मुँ।
खाबज्यै क्हेमैंए न्होह्रों लवालेया खि आफोद्, दिलेया बिश्वासीमैंए फिर नेरो अरू म्हिमैंए फिरै या छ्याँबै के लबै सैं मैंन्।